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Oasis
  • Verse: Deh Shiva bar mohe ihai


    देह शिवा बर मोहे ईहे, शुभ कर्मन ते कभुं न टरूं न डरौं अरि सौं जब जाय लड़ौं, निश्चय कर अपनी जीत करौं, अरु सिख हों आपने ही मन कौ इह लालच हउ गुन तउ उचरों, जब आव की अउध निदान बनै अति ही रन मै तब जूझ मरों ॥२३१॥

    ~ गुरु गोबिंद सिंह

    ~ Guru Govind Singh